रानी लक्ष्‍मीबाई केन्‍द्रीय कृषि विश्‍वविद्यालय स्‍थापित किया जाएगा

कृषि एवं खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग मंत्री श्री शरद पवार ने आज झांसी में रानी लक्ष्‍मीबाई केन्‍द्रीय कृषि विश्‍वविद्यालय स्‍थापित किए जाने की घोषणा की। मंत्री महोदय ने बताया कि संसद ने पिछले सप्‍ताह रानी लक्ष्‍मीबाई केन्‍द्रीय कृषि विश्‍वविद्यालय विधेयक-2012 पारित किया था। विश्‍वविद्यालय के कार्य क्षेत्र की सीमा बुंदेलखण्‍ड क्षेत्र में होगी, जिसके तहत उत्‍तरप्रदेश के सात और मध्‍यप्रदेश के छह जिले आएंगे। आरंभ में दो महाविद्यालय झांसी में स्‍थापित किए जाएंगे, जबकि बाद में दो अन्‍य महाविद्यालय मध्‍यप्रदेश में खोले जाएंगे। उत्‍तरप्रदेश में कृषि एवं बागवानी तथा वन महाविद्यालय स्‍थापित किए जाएंगे, जबकि पशु चिकित्‍सा और पशु विज्ञान तथा मत्‍स्‍यकी कॉलेज की स्‍थापना मध्‍यप्रदेश में की जाएगी।

विश्‍वविद्यालय की स्‍थापना का मुख्‍य उद्देश्‍य कृषि और संबंधित विज्ञानों की विभिन्‍न शाखाओं में शिक्षा प्रदान करना, कृषि क्षेत्र में शोध कार्य करना तथा बुंदेलखण्‍ड क्षेत्र में विस्‍तारित शिक्षा के कार्यक्रम लागू करना और राष्‍ट्रीय और अंतराष्‍ट्रीय शैक्षणिक संस्‍थानों के साथ संपर्कों को बढ़ाना है।

श्री पवार ने ¬राष्‍ट्रीय कृषि शोध संस्‍थान के वार्षिक कृषि मेला-पूसा कृषि मेला का भी उद्घाटन किया। इसमें कृषि वैज्ञानिकों के अलावा बड़ी संख्‍या में किसानों ने भाग लिया। ग्रामीण विकास राज्‍य मंत्री श्री प्रदीप जैन ‘आदित्‍य’ ने भी समारोह को सम्‍बोधित किया।

Union Agriculture and Food Processing Industries Minister Sharad Pawar at a function in New Delhi on February 26, 2014 Rani Lakshmi Bai of Jhansi in Uttar Pradesh Agricultural University announced the establishment Keendraiy. Minister of State for Rural Development Shri Pradeep Jain 'Aadity and Minister of Uttar Pradesh, Shri Anand Singh were also present.
The Union Minister for Agriculture and Food Processing Industries, Shri Sharad Pawar made the announcement of establishment of Rani Lakshmibai Central Agricultural University at Jhansi, UP, at a function, in New Delhi on February 26, 2014. The Minister of State for Rural Development, Shri Pradeep Jain 'Aditya' and the Agriculture Minister of Uttar Pradesh, Shri Anand Singh are also seen.

Courtesy : PIB